महाराणा प्रताप के वंशज अरविंद सिंह मेवाड़ का 81 साल की उम्र में निधन, उदयपुर में शोक

उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ का निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और सिटी पैलेस के शंभू निवास में उनका इलाज हो रहा था। अरविंद सिंह मेवाड़ महाराणा प्रताप के वंशज थे। उनके पिता भगवत सिंह मेवाड़ और माता सुशीला कुमारी मेवाड़ थीं। उनके बड़े भाई महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन पिछले साल 10 नवंबर 2024 को हुआ था।

जेएनएन, राजस्थान। उदयपुर के पूर्व राजपरिवार के सदस्य अरविंद सिंह मेवाड़ (81) का निधन हो गया। वे लंबे समय से बीमार चल रहे थे और सिटी पैलेस के शंभू निवास में उनका इलाज हो रहा था। अरविंद सिंह मेवाड़, महाराणा प्रताप के वंशज थे। उनके पिता भगवत सिंह मेवाड़ और माता सुशीला कुमारी मेवाड़ थीं। 
उनके बड़े भाई महेंद्र सिंह मेवाड़ का निधन पिछले साल 10 नवंबर 2024 को हुआ था। अरविंद सिंह के निधन के बाद सिटी पैलेस को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। उनकी पार्थिव देह का अंतिम दर्शन सोमवार सुबह सात बजे से होंगे। अंतिम यात्रा सुबह 11 बजे से निकलेगी।
सिटी पैलेस टूरिस्ट के लिए बंदअरविंद सिंह मेवाड़ के निधन के बाद सिटी पैलेस को पर्यटकों के लिए बंद कर दिया गया है। सिटी पैलेस के बाहर सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं, जो पर्यटकों को इस बारे में जानकारी दे रहे हैं।

संपत्तियों के एग्जीक्यूटर बनाए गए थे अरविंद सिंह

पूर्व महाराणा भगवत सिंह ने 1963 से 1983 के बीच पूर्व राजपरिवार की कई संपत्तियों को लीज पर दे दिया था। इस फैसले से नाराज होकर उनके बड़े बेटे महेंद्र सिंह मेवाड़ ने अदालत में मुकदमा दायर किया।

महेंद्र सिंह ने अदालत में अपील की थी कि ‘रूल ऑफ प्राइमोजेनीचर’ को छोड़कर पैतृक संपत्तियों को बराबर बांटा जाए। यह नियम आजादी के बाद लागू हुआ था, जिसके तहत परिवार का बड़ा बेटा राजा बनता था और स्टेट की सारी संपत्ति उसी के पास होती थी।

भगवत सिंह ने इस मामले में कोर्ट में जवाब दिया कि ये सभी संपत्तियां ‘इम्पोर्टेबल एस्टेट’ यानी अविभाज्य हैं। बाद में उन्होंने 15 मई 1984 को अपनी वसीयत में संपत्तियों का एग्जीक्यूटर छोटे बेटे अरविंद सिंह मेवाड़ को बना दिया।

डेस्टिनेशन वेडिंग के ट्रेंड की शुरुआत

अरविंद सिंह मेवाड़ के बेटे लक्ष्यराज सिंह मेवाड़ ने राजस्थान समिट के दौरान बताया था कि उदयपुर को डेस्टिनेशन वेडिंग का हब बनाने में उनके पिता की महत्वपूर्ण भूमिका रही है। 1980 के दशक में अरविंद सिंह मेवाड़ ने डेस्टिनेशन वेडिंग को लेकर एक नई सोच के साथ काम शुरू किया था। उस समय इस विचार को लेकर उनका मजाक बनाया गया था, लेकिन आज डेस्टिनेशन वेडिंग एक बड़ी सफलता बन चुका है।

कई नेताओं ने जताई संवेदना

मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा सहित कई गणमान्य व्यक्तियों ने उनके निधन पर शोक व्यक्त किया है। मुख्यमंत्री ने इसे राजस्थान के लिए अपूरणीय क्षति बताते हुए कहा कि अरविंद सिंह मेवाड़ ने समाजसेवा और सांस्कृतिक संरक्षण में महत्वपूर्ण योगदान दिया। पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत, वसुंधरा राजे, पंजाब के राज्यपाल गुलाबचंद कटारिया सहित कई नेताओं ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की।